Add To collaction

लेखनी कहानी -12-May-2022 डायरी : मई 2022

सच्चा प्रेम 


सखि, 
क्या तुम जानती हो कि सच्चा प्रेम क्या है ? तुम कैसे जानोगी ? तुमने कौन सा किसी से कभी प्रेम किया है ? जाके फटी नहीं बिवाई,  वो क्या जाने पीर पराई । हां, तुम सुनी सुनाई बातों के आधार पर कह सकती हो । पता नहीं तुम्हें मालूम है कि नहीं कि सच्चा प्रेम तो राधा रानी और श्रीकृष्ण ने किया था । बाकी तो सब मोह माया है । 

सखि, बॉलीवुड ने तो प्रेम को लैला मजनूं , हीर रांझा , सोहिनी महीवाल की जागीर बनाकर रख दिया था । ऐसे ऐसे लोग पर्दे पर सच्चे प्रेम की कहानियां सुनाते हैं जो तीन तीन तलाक देकर फिर  से सच्चे प्यार की तलाश में निकल पड़े हैं । न जाने उनकी यह तलाश कब खत्म होगी । उन्हें मुबारक उनका सच्चा प्रेम , हम तो कुछ खास बात बताने वाले हैं आज । 

सखि, हमने सचमुच में सच्चे प्रेम के दर्शन किये थे अभी कुछ दिन पहले । हुआ यूं कि एक गांव में रोज शाम को सात से नौ बजे तक बिजली कटौती चल रही थी । बहुत दिन हो गये बिजली कटौती के चलते हुए । औरतें परेशान । अंधेरे में खाना बनाने में कितनी तकलीफ होती है ? फिर भयंकर गर्मी का मौसम अलग । पूरा गांव परेशान था । एक दिन सरपंच साहब बिजली विभाग पहुंच गए सौ दो सौ लोग लेकर । ए ई एन साहब ने कहा कि कोई बिजली कटौती का आदेश नहीं है । पर लोग कहने लगे कि बिजली तो रोज कटती है दो घंटा । सात से नौ बजे तक , शाम को । 

ए ई एन साहब को बड़ा आश्चर्य हुआ । पर हकीकत तो पता करनी थी इसलिए कहा "किसी को कुछ बताना नहीं । मैं आज चलकर देखता हूं" । और ए ई एन ने प्रोग्राम बना लिया । 

ठीक समय पर ए ई एन गांव पहुंच गया और लाइन के पास ही छुप गया । ठीक सात बजे लाइनमैन आया और लाइट का कनेक्शन काट दिया । फिर मोटरसाइकिल पर बैठकर चल दिया । ए ई एन ने भी उसका पीछा किया । एक सुनसान जगह लाइनमैन रुका और मोटरसाइकिल से उतरा और किसी लड़की से मिला अंधेरे में । ए ई एन ने टॉर्च जला दी और उसका चेहरा देखा । वह लड़की सरपंच की बेटी ही थी । 

लाइनमैन ने बताया " सरपंच की बेटी से उसे प्रेम हो गया था । दिन में मिल नहीं सकते थे इसलिए रात में मिलने का कार्यक्रम तय किया । मगर रात में बिजली आने के कारण पकड़े जाने का डर लगने लगा । सरपंच की बेटी ने शर्त रख दी कि पूरे गांव में अंधेरा होने पर ही वह मिलने आयेगी तो उसने अपने प्रेम के वशीभूत होकर यह काम किया । पूरा गांव जब बिजली के लिए त्राहिमाम करता था तब हम दोनों खूब गुलछर्रे उड़ाते थे । मगर आज पकड़े गये" । उसने सुबकते हुए कहा । 

देखा, सच्चा प्रेम ऐसा होता है सखि । कुछ भी कर सकता है आदमी प्रेम के कारण । ऐसे बहुत सारे किस्से हैं । फिर कभी सुनाऊंगा और किस्से । आज तो इतना ही बहुत है । 

हरिशंकर गोयल "हरि" 
18.5.22  

   17
4 Comments

Radhika

09-Mar-2023 04:44 PM

Nice

Reply

बहुत खूब

Reply

Seema Priyadarshini sahay

21-May-2022 03:45 PM

बेहतरीन

Reply